लोकसभा के पहले चरणा का मतदान 11 अप्रैल को खत्म हो गया है चुनाव के इस मौसम में जहां चुनाव आयोग लोगों से अधिक से अधिक वोटिंग करने कि अपील कर रहा है तो वहीं कुछ लोग आचार सहिंता का खुलेआम उल्लंघन करने में लगें हुए है. वोटिंग के दौरान और वोटिंग कक्ष मेंं फोन का इस्तेमाल करना मना है लेकिन नैनीताल और ऊधमसिंहनगर में कुछ लोगों ने वोट देते हुए ईवीएम की फोटो भी ली और सोशल मीडिया पर अपलोड भी की जिसके बाद से विवाद शुरु हो गया है. लोगों ने वोट डालने के बाद मतदान कक्ष में ही सेल्फी ली और सोशल मीडिया पर अपलोड की जो सीधे तौर पर मतदान की गोपनीयता के उल्लंघन का मामला बनाता है. हरिद्वार में इस तरह के मामले सामने आने के बाद प्रशासन सख्त हुआ और ऐसी हरकतें करने वालों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किये गए, लेकिन ऊधमसिंहनगर और नैनीताल में ऐसी हरकत करने वालों के प्रति प्रशासन लचर नजर आ रहा है
ऊधमसिंहनगर में तमाम लोगों व नेताओं ने मतदान कक्ष के अंदर सेल्फी ली और फिर फेसबुक में अपना फोटो अपलोड कर दिया. इसी तरह नैनीताल, हल्द्वानी समेत अन्य विधानसभा इलाकों से भी लोगों ने वोट देते वक्त अपनी सेल्फी ली और फिर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी. सेल्फी लेने और फिर उन्हें अपलोड करने वाले यह भी बता रहें है कि उन्होंने कमल के फूल को वोट दिया या फिर हाथ के पंजे को और अगर नियमों की बात करें तो मतदान कक्ष के भीतर किसी भी तरह के फोटो शूट या फिर मोबाइल के इस्तेमाल पर प्रतिबद्ध होता है. यहां तक की मीडिया को भी मतदान कक्ष के अंदर कवरेज की इजाजत नहीं होती. ऐसे में प्रशासन भी कटघरे में है कि लोग कैसे मोबाइल मतदान कक्ष में लेकर अंदर गए और फिर आराम से सेल्फी भी ले ली.