केदारनाथ धाम में बर्फबारी का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है भारी बर्फबारी के कारण बद्री-केदार मंदिर समिति की सम्पत्ति को लाखों का नुकसान पहुंच चुका है। सम्पत्ति के नुकसान का जायजा लेने गई टीम को लिनचैली से धाम पहुंचने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा, बाजवूद इसके दल ने हार नहीं मानी और धाम पहुंचकर निरीक्षण किया। धाम में अभी भी पांच से सात फीट तक बर्फ जमी है, जिससे आवागमन में भारी परेशानियां हो रही हैं। साथ ही पुनर्निर्माण कार्य भी ठप पड़े हैं।
दरअसल, जनवरी माह से केदारधाम में बर्फवारी का सिलसिला जारी है। बर्फबारी से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए मंदिर समिति के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह के नेतृत्व में टीम केदारधाम भेजी गई। धाम पहुंचने के बाद दल ने मंदिर परिसर, कार्यालय, परिक्रमा पथ, पुजारी निवास, प्रवचन हाल का निरीक्षण किया।
आपको बता दें कि नौ मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने हैं। ऐसे में व्यवस्थाओं को जल्द से जल्द चाक-चैबंद किया जाना जरूरी है। लिनचैली से केदारनाथ धाम तक अभी भी बर्फ जमी हुई है। भारी बर्फवारी के बीच रास्ता तैयार कर मंदिर समिति की टीम धाम पहुंची। धाम में चारों ओर बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है। पिछले जनवरी माह से धाम में लगातार बर्फवारी हो रही है। अभी भी धाम में पांच से सात फीट तक बर्फ जमी हुई है। बर्फवारी के कारण कर्मचारियों के लिए बने हट, भोग मंडी, भंडार गृह, पुजारी आवास सहित विद्युत लाइन को लाखों का नुकसान पहुंचा है।
व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिए 14 अप्रैल को मंदिर समिति का अग्रिम दल केदारनाथ के लिए रवाना होगा, जो केदारनाथ पहुंचकर मंदिर परिसर एवं आसपास से बर्फ हटाने और बिजली, पानी की सुविधा बहाल करने के साथ ही रंग रौबन का कार्य करेगा। केदारनाथ धाम तक 100 से अधिक मजदूर रास्ते से बर्फ हटाने का कार्य कर रहे हैं। 15 अप्रैल तक केदारनाथ धाम तक रास्ता तैयार कर लिया जायेगा, जिसके बाद अन्य पुनर्निर्माण कार्यों को भी किया जायेगा।